sandhyA: vandanA guru ki

भस्म धारणा , तुम्हारे चरणों की धुल का तिलक
आचमना, तुम्हारा तीर्थ प्रसाद 

प्राणायाम, हवनों का अर्पण 
ध्यान, दर्शन तुम्हारा 
जप , तुम्हारा ही स्मरण 
अर्घ्य , है कवच और आशीर्वाद

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